रासायनिक अभिक्रियाएँ और समीकरण

Quickly browse through questions and notes on related topics. You can also download and read this topic offline.

Zigya App

रासायनिक अभिक्रिययाओं के प्रकार

अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो कहते है कि उसका उपचयन हुआ है। तथा जब अभिक्रिया में किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का हास्य होता है तो कहते है कि उसका अपचयन हुआ है।
किसी अभिक्रिया में एक अभिकारक उपचयित तथा दूसरा अभिकारक अपचयित होता है। इन अभिक्रियाओं को उपचयन-अपचयन अथवा रेडॉक्स अभिक्रिया कहते हैं।

उपचयन एवं अपचयन

अभिक्रिया के समय जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन की वृद्धि होती है तो कहते है कि उसका उपचयन हुआ है। तथा जब अभिक्रिया में किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का हास्य होता है तो कहते है कि उसका अपचयन हुआ है।
किसी अभिक्रिया में एक अभिकारक उपचयित तथा दूसरा अभिकारक अपचयित होता है। इन अभिक्रियाओं को उपचयन-अपचयन अथवा रेडॉक्स अभिक्रिया कहते हैं।

वियोजन ( अपघटन ) अभिक्रिया

ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे एक अणु छोटे पदार्थ के अणुओं में टूट जाता है, वियोजन अभिक्रिया कहलाती है।

विस्थापन अभिक्रिया

जिस अभिक्रिया में यौगिक में एक पदार्थ दूसरे पदार्थ को विस्थापित कर देता है, उसे विस्थापित अभिक्रिया कहते है।

संयोजन अभिक्रिया

ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे दो या दो से अधिक पदार्थ संयोजित होकर (मिलकर) एक नए पदार्थ का निर्माण करते है, संयोजन अभिक्रिया कहलाती है।

जिन अभिक्रियाओं में उत्पाद के साथ ऊष्मा का भी उत्सर्जन होता है उन्हें ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं।

ऊष्माशोषी अभिक्रिया- जिन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का अवशोषण होता है उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं।

अवक्षेप अभिक्रिया- जब दो विलयनों को मिलाया जाता है उनकी अभिक्रिया से श्वेत रंग के एक पदार्थ का निर्माण होता है जो जल में अघुलनशील होता है, उसे अवक्षेप अभिक्रिया कहते हैं।