दो बाते जिंदगी की:
ये किसी की रचनाए नहीं है। जीवन की सच्चाई काव्यात्मक तरीके से प्रस्तुत की गई है। पूरी सभ्यता अपने विकास के साथ कुछ ज्ञान प्राप्त करती है। एसा ज्ञान लोगो की जुबान पर जिंदा रहता है। ये एसा ज्ञान है।
ज़िंदगी तो सभी के लिए
एक रंगीन किताब है ..!
फर्क बस इतना है कि,
कोई हर पन्ने को दिल से
पढ़ रहा है; और
कोई दिल रखने के लिए
पन्ने पलट रहा है।
हर पल में प्यार है
हर लम्हे में ख़ुशी है ..!
खो दो तो यादें हैं,
जी लो तो ज़िंदगी है..!
अंदाज कुछ अलग हैं,
मेरे सोचने का.!!!
सबको मंजिल का शोक हैं,
और मुझे सही रास्तों का….
ये दुनिया इसलिए बुरी नहीं कीं,
यहा बुरे लोग ज्यादा हैं.!!!
बल्की इसलिए बुरी हैं कीं,
यहा अच्छे लोग खामोश हैं.!!!
जिंदगी चाहे एक
एक दिन की हो या चार दिन की उसे ऐसे जिओ
जैसे जिंदगी तुम्हे नहीं , जिंदगी को तुम मिले हो
कई जीत बाकी है, कई हार बाकी है,
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है,
यहाँ से चले है नयी मंजिल के लिए
यह एक पन्ना था,
अभी तो किताब बाकी है।
सारांश :
जीवन के बारे मे हर अपना अनुभव साझा कर सकता है। अनुभव ही शिक्षक है। कोई भी अपने अनुभव को लिपिबद्ध करे, ज्ञान बढ़ेगा। शर्त इतनी सी है, वाक्य याद रहने चाहिए। अर्थसभर वाक्य होने चाहिए।
कक्षा 12 मे जीव विज्ञान पसंद था फिर भी Talod कॉलेज से रसायण विज्ञान के साथ B.sc किया। बाद मे स्कूल ऑफ सायन्स गुजरात युनिवर्सिटी से भूगोल के साथ M.sc किया। विज्ञान का छात्र होने के कारण भूगोल नया लगा फिर भी नकशा (Map) समजना और बनाना जैसी पूरानी कला एवम रिमोट सेंसिंग जैसी नयी तकनिक भी वही सीखी। वॉशिंग पाउडर बनाके कॅमिकल कारखाने का अनुभव हुआ तो फूड प्रोसेसिंग करके बिलकुल अलग सिखने को मिला। मशरूम के काम मे टिस्यु कल्चर जैसा माईक्रो बायोलोजी का काम करने का सौभाग्य मिला। अब शिक्षा के क्षेत्र मे हुं, अब भी मै मानता हूँ कि किसी एक क्षेत्र मे महारथ हासिल करने से अलग-अलग क्षेत्रो मे सामान्य ज्ञान बढाना अच्छा है।
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कक्षा 12 मे जीव विज्ञान पसंद था फिर भी Talod कॉलेज से रसायण विज्ञान के साथ B.sc किया। बाद मे स्कूल ऑफ सायन्स गुजरात युनिवर्सिटी से भूगोल के साथ M.sc किया। विज्ञान का छात्र होने के कारण भूगोल नया लगा फिर भी नकशा (Map) समजना और बनाना जैसी पूरानी कला एवम रिमोट सेंसिंग जैसी नयी तकनिक भी वही सीखी। वॉशिंग पाउडर बनाके कॅमिकल कारखाने का अनुभव हुआ तो फूड प्रोसेसिंग करके बिलकुल अलग सिखने को मिला। मशरूम के काम मे टिस्यु कल्चर जैसा माईक्रो बायोलोजी का काम करने का सौभाग्य मिला। अब शिक्षा के क्षेत्र मे हुं, अब भी मै मानता हूँ कि किसी एक क्षेत्र मे महारथ हासिल करने से अलग-अलग क्षेत्रो मे सामान्य ज्ञान बढाना अच्छा है।
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