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Father’s Day – 16 June पितृ दिवस

Pankaj Patel 0
Father's Day

Father’s Day या पितृ दिवस वैसे तो पाश्चात्य देशो का उत्सव या दिन है। पर अब हमारे यहाँ भी उसका महत्व बढ़ा है। वरना हमारी संस्कृति मे तो हर दिन माँ-बाप को प्रणाम करके ही उनका सम्मान करते थे, अभी भी बहुत से घरो मे यही हो रहा है। खैर, सभी मानते है तो हम भी पितृ दिवस मनाए। आज के दिन पिता को याद करके, उनके उपकारो की कदर करे ये भी सही है।

आज के इस दिन पे पिता के बारे मे जो लिखा है उसे आपके समक्ष वैसे का वैसा रखता हूँ। हमारा Father’s Day उनके लिए सम्मान प्रकट करने के इस तरीके से कुछ अलग बन जाएगा।

पिता या पापा

यूं तो जिन्दगी मे बहुत से रिश्ते देखे है,
पर मेरे पापा के सामने वो सारे फीके है..
यूं तो सब लोग कहकर भी मुकर जाते है,
पापा वो है जो बिन कहे ही सब कर जाते है..

बाहर से सख्त और भीतर से नर्म होते है,
पापा वो है जो बच्चो मे फर्क नही करते है..
सख्त सी आवाज के पीछे निश्छल प्यार छिपाते है पापा,
नयी कर लो कभी खुद की फटी पुरानी जरूरते भी पापा..

छोटी सी नौकरी मे भी मेरी हर बड़ी ख्वाहिश पूरी करते,
हमारी खुशी को सम्भव करने वाले ये क्या किसी जादूगर से कम होते..
वो न दिन देखते है न रात देखते है,
बस हमारी जरूरतो के लिए अपनी पूरी उम्र बेच देते है..

मुश्किलो की कड़ी धूप खुद अकेले ही सहकर,
सुख की ठंडी छाँव मे ही हमे देते है..
पिता जिंदगी का वो अटूट विश्वासरुपी धागा है,
जो हमारे गिरने से पहले ही हाथ थाम लेते है..

घर का अस्तित्व और आधार जिनसे होता है,
पिता वो है सहनशक्ति का अम्बार जिसमे होता है..
अप्रदर्शित अनन्त प्रेम का जो स्वरुप होता है,
पिता का स्नेह बड़ा ही अनूठा कभी खट्टा तो कभी मीठा होता है..

जब कमर झुक जाती है हमारी खुशीयों की दीवार खड़ी करते करते,
और आँखें भी बूढ़ी हो जाती है अपनी हैसियत से ज्यादा करते करते ..
बस अब बुढ़ापे मे उनकी आशाओ को अनाथ न करना,
अब हमारी बारी है कभी उनको निराश न करना..

Pankaj Patel

कक्षा 12 मे जीव विज्ञान पसंद था फिर भी Talod कॉलेज से रसायण विज्ञान के साथ B.sc किया। बाद मे स्कूल ऑफ सायन्स गुजरात युनिवर्सिटी से भूगोल के साथ M.sc किया। विज्ञान का छात्र होने के कारण भूगोल नया लगा फिर भी नकशा (Map) समजना और बनाना जैसी पूरानी कला एवम रिमोट सेंसिंग जैसी नयी तकनिक भी वही सीखी। वॉशिंग पाउडर बनाके कॅमिकल कारखाने का अनुभव हुआ तो फूड प्रोसेसिंग करके बिलकुल अलग सिखने को मिला। मशरूम के काम मे टिस्यु कल्चर जैसा माईक्रो बायोलोजी का काम करने का सौभाग्य मिला। अब शिक्षा के क्षेत्र मे हुं, अब भी मै मानता हूँ कि किसी एक क्षेत्र मे महारथ हासिल करने से अलग-अलग क्षेत्रो मे सामान्य ज्ञान बढाना अच्छा है। Follow his work at www.zigya.com

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