जानीयात्प्रेषणे भृत्यान्बान्धवान् व्यसनागमे । मित्रं चापत्तिकालेषु भार्यां च विभवक्षये ॥ (१/११) ॥ भावार्थ:- नौकर की परीक्षा तब करें जब वह कर्त्तव्य का पालन न कर रहा हो, रिश्तेदार की परीक्षा…
Posts published by “Rina Gujarati”
I am working with zigya as a science teacher. Gujarati by birth and living in Delhi. I believe history as a everyday guiding source for all and learning from history helps avoiding mistakes in present.
Rina GujaratiI am working with zigya as a science teacher. Gujarati by birth and living in Delhi. I believe history as a everyday guiding source for all and learning from…
Rina GujaratiI am working with zigya as a science teacher. Gujarati by birth and living in Delhi. I believe history as a everyday guiding source for all and learning from…
Rina GujaratiI am working with zigya as a science teacher. Gujarati by birth and living in Delhi. I believe history as a everyday guiding source for all and learning from…
लोकयात्रा भयं लज्जा दाक्षिण्यं त्यागशीलता।पञ्च यत्र न विद्यन्ते न कुर्यात्तत्र संस्थितिम् ॥१/१०॥ भावार्थ:- जिस प्रदेश में जीवनयापन के साधन, जनता में निषिद्ध कार्यों को करने पर राज्य द्वारा दण्डित होने…
चन्द्र शेखर सिंह ( जन्म- 1 जुलाई, 1927, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 8 जुलाई, 2007) भारत के आठवें प्रधानमंत्री थे। उन्हें युवा तुर्क का सम्बोधन उनकी निष्पक्षता के कारण प्राप्त हुआ…
आशुतोष मुखर्जी (1864-1924), बंगाल के ख्यातिलब्ध बैरिस्टर तथा शिक्षाविद थे। वे सन् 1906 से 1914 तक कोलकाता विश्वविद्यालय के उपकुलपति रहे। उन्होंने बंगला तथा भारतीय भाषाओं को एम.ए. की उच्चतम…
दामोदर धर्मानंद कोसांबी का जन्म 31 जुलाई, 1907 ई. को गोवा में हुआ था। धर्मानंद प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध विद्वान, भाषा-वैज्ञानिक और गणितज्ञ माने जाते थे। इनके पिता बौद्ध…
बाबू देवकीनन्दन खत्री (29 जून 1861 – 1 अगस्त 1913) हिंदी के प्रथम तिलिस्मी लेखक थे। हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में उनके उपन्यास चंद्रकांता का बहुत बड़ा योगदान रहा…
के. जी. सुब्रह्मण्यन का जन्म 1924 में कुथुपरम्बा केरल, भारत में हुआ था, और शुरू में उन्होंने मद्रास के प्रेसीडेंसी कॉलेज में अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। शिक्षा स्वतंत्रता संग्राम के…
राघवयादवीयम् नामक अति दुर्लभ एक ग्रंथ ऐसा भी है हमारे संस्कृत साहित्य मे, इसे तो सात आश्चर्यों में से पहला आश्चर्य माना जाना चाहिए — यह है दक्षिण भारत का…
આજ કાલ આપણે એવી કેટલીય સગવડો વાપરતા હોઈએ છીએ કે તેમનાથી એવા ટેવાઇ જવાય છે અને તે ક્યારે શરૂ થઈ એ જાણીએ તો આશ્ચર્ય થયા વિના ના રહે. આવું જ…
वर्साय की सन्धि प्रथम विश्वयुद्ध की समाप्ती के लिए विजेता राष्ट्रो और पराजित जर्मनी के बीच हुई, जिस पर 28 June 1919 को हस्ताक्षर हुए। इसकी वजह से जर्मनी को…
जसपाल राणा (जन्म- 28 जून, 1976, चिलामू, टिहरी गढ़वाल) भारत के प्रसिद्ध निशानेबाज हैं। वर्ष 1995 की कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप में 8 स्वर्ण जीतकर जसपाल राणा ने नया रिकॉर्ड बनाया…
મૂળશંકર ભટ્ટ ભાવનગરના વતની અને ભાવનગરથી શિક્ષિત થયા તેમણે ભાવનગરની દક્ષિણામુર્તિથી અભ્યાસ પૂર્ણ કર્યો હતો. તેમણે 1921 માં મેટ્રિક કર્યું હતું. તેમણે મુખ્ય વિષય તરીકે સંગીતનો અભ્યાસ કર્યો હતો. હિન્દી-ગુજરાતી…
रानी दुर्गावती गोंडवाना की शासक थीं, जो भारतीय इतिहास की सर्वाधिक प्रसिद्ध रानियों में गिनी जाती हैं। दुर्गावती ने 16 वर्ष तक राज संभाला और अपनी किर्ति चरो दिशाओ मे…
दरबान सिंह नेगी (जन्म- 4 मार्च, 1883; मृत्यु- 24 जून, 1950) प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उन चंद भारतीय सैनिकों में से एक थे, जिन्हें ब्रिटिश राज का सबसे बड़ा…
ओंकारनाथ ठाकुर (1897–1967) भारत के शिक्षाशास्त्री, संगीतज्ञ एवं हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार थे। उनका सम्बन्ध ग्वालियर घराने से था। उन्होने वाराणसी में महामना पं॰ मदनमोहन मालवीय के आग्रह पर बनारस हिन्दू…
आचार्य तुलसी (20 अक्टूबर 1914 – 23 जून 1997) जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के नवें आचार्य थे। वो अणुव्रत और जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रवर्तक हैं एवं 100…
प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को मुर्शिदाबाद के दक्षिण में 22 मील दूर नदिया जिले में भागीराथी नदी के किनारे ‘प्लासी’ नामक स्थान में हुआ था। इस युद्ध में…
डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी (जन्म: 6 जुलाई 1901 – मृत्यु: 23 जून 1953) शिक्षाविद्, चिन्तक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में…
बारिश पड़े तो भागिए नहीं……. छत नहीं खोजिये…….. छाते कभी-कभार बंद रखिये…… किस बात का डर है……? भीग जायेंगे न………..? तो क्या हुआ…… पिघलेंगे नहीं.. …. फिर से सूख जायेंगे..…
ગિજુભાઈ બધેકા (૧૫ નવેમ્બર ૧૮૮૫ – ૨૩ જૂન ૧૯૩૯) શિક્ષણવિદ્ હતા, જેમણે ભારતમાં મોન્ટેસરી શિક્ષણની રજૂઆતમાં અગત્યનો ભાગ ભજવ્યો હતો. તેઓ “મૂછાળી મા” ના હૂલામણાં નામથી જાણીતા હતા. તેઓ શિક્ષણવિદ્…
‘आज के दिन साल 1985 में कनाडाई एक ऐसी खबर के साथ उठे जिसपर भरोसा नहीं हो रहा था और जिस खबर ने हमारे देश को गहरे सदमे में डाल…
अमरीश पुरी (जन्म:22 जून 1932 -मृत्यु:12 जनवरी 2005) चरित्र अभिनेता मदन पुरी के छोटे भाई अमरीश पुरी हिन्दी फिल्मों की दुनिया का एक प्रमुख स्तंभ रहे हैं। अभिनेता के रूप…
राजाओ, जमीनदारो या संस्थानवादियो ने दुनियामे कहर ढाने मे कोई कमी नहीं रखी थी। समय इधर उधर हो सकता है, पर एशिया या यूरोप हर जगह दमन सामान्य जानो का…
डॉ॰ भदन्त आनन्द कौसल्यायन (5 जनवरी 1905 – 22 जून 1988) बौद्ध भिक्षु, पालि भाषा के मूर्धन्य विद्वान तथा लेखक थे। इसके साथ ही वे पूरे जीवन घूम-घूमकर राष्ट्रभाषा हिंदी…
चापेकर बंधु दामोदर हरि चाफेकर, बालकृष्ण हरि चाफेकर तथा वासुदेव हरि चाफेकर को संयुक्त रूप से कहा जाता हैं। ये तीनों भाई लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के सम्पर्क में थे।…
संस्कृत मे एक प्रसिद्ध वाक्य कहा गया है, ‘युद्धस्य कथा रम्या’ । ये उक्ति सर्वथा उचित है, पर युद्ध की कथा मनोहारी होती है युद्ध कदापि नहीं। जब बात दुनिया…
यह कहानी है एक एसे शहीद वीर की जो खुद जैन होते हुए अहिंसा छोड़ तो ना सके, परंतु 1857 के संग्राम मे उनका योगदान बड़ा रहा। ग्वालियर के नगर…
મોહનલાલ પંડ્યા ગાંધીજી અને સરદારના સાથીદાર બન્યા અગાઉ ભૂગર્ભ પ્રવૃત્તિઓમાં સક્રિય હતા. બોમ્બ બનાવવાને લાગતું સાહિત્ય પણ છુપા છાપખાનામાં છાપેલું. ભારતના સ્વાતંત્ર્ય સેનાની અને સમાજ સુધારક મોહનલાલ પંડ્યા ગાંધીજીના શરૂઆતના…
यिंगलक शिनवात्रा यह नाम हमारे लिए शायद नया हो सकता है पर उनके बारे मे जानना रसप्रद भी है और प्रेरणादायक भी। इनके बारे मे जानने से दुनिया मे कैसे…
विश्व संगीत दिवस (World Music Day) प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। संगीत की विभिन्न खूबियों की वजह से ही विश्व में संगीत के नाम एक दिन है।…
लक्ष्मणराव किर्लोस्कर, एक महाराष्ट्रियन ब्राह्मण थे और उनके पिता काशीनाथपंत एक वेदांत-पंडित थे। इसलिए, समाज को भी उम्मीद थी कि लक्ष्मणराव अपने पिता के कदमों पर चलेंगे। हालांकि, उन्होंने परंपराओं…
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पूर्व में जिसे विक्टोरिया टर्मिनस कहा जाता था, एवं अपने लघु नाम वी.टी., या सी.एस.टी. से अधिक प्रचलित है। यह भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई का…
राजा दाहिर सिंध के सिंधी ब्राह्मण राजवंश के अंतिम राजा थे। उनके समय में ही अरबों ने सर्वप्रथम सन 712 में भारत (सिंध) पर आक्रमण किया था। मोहम्मद बिन कासिम…
अहमद सलमान रुश्दी (जन्म 19 जून 1947) ब्रिटिश भारतीय उपन्यासकार और निबंधकार हैं। उन्होंने अपने दूसरे उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) से प्रसिद्धि प्राप्त की, जिसे 1981 में बुकर पुरस्कार मिला।…
राज चन्द्र बोस (19 जून 1901 – 31 अक्टूबर 1987) भारतीय अमेरिकी गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद थे। वे ‘डिजाइन सिद्धान्त’ तथा ‘थिअरी ऑफ एरर करेक्टिंग कोड्स’ के लिए प्रसिद्ध हैं। गणित…
પી ખરસાણી એ એક જાણીતા ગુજરાતી ચલચિત્ર અભિનેતા અને રંગભૂમિ કલાકાર હતા. તેમણે હાસ્ય અભિનેતા તથા ચરિત્ર અભિનેતા તરીકે ઘણાં ચલચિત્રોમાં અભિનય કર્યો છે. તેમનો જન્મ કલોલના ભાટવાડામાં ૧૯ જૂન ૧૯૨૬ના…
एरियन पैसेंजर पेलोड प्रयोग या एप्पल (Ariane Passenger Payload Experiment या APPLE) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा 19 जून, 1981 को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रक्षेपण यान एरियन 1 द्वारा…
गोवा क्रान्ति दिवस (अंग्रेज़ी: Goa Revolution Day) 18 जून को प्रति वर्ष मनाया जाता है, क्योंकि 18 जून, 1946 को डॉ. राम मनोहर लोहिया ने गोवा के लोगों को पुर्तग़लियों…
रानी लक्ष्मीबाई (जन्म: 19 नवम्बर 1828 – मृत्यु: 18 जून 1858) मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी और 1857 की राज्यक्रांति की द्वितीय शहीद वीरांगना (प्रथम शहीद वीरांगना रानी अवन्ति…
मारुत यानि HAL HF-24 मारुत (“स्पिरिट ऑफ द टेम्पेस्ट”) 1960 के दशक का हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड (एचएएल) द्वारा कर्ट टैंक लीड डिजाइनर के रूप में विकसित भारतीय लड़ाकू-बमवर्षक विमान है।…
मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी राजे भोसले की माता राजमाता जीजाबाई का जन्म (12 जनवरी 1598) सिंदखेड़ नामक गाँव में हुआ था। यह स्थान वर्तमान में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में…
चार्ल्स कोरिया भारतीय वास्तुकार और शहरी नियोजक थे। आज़ादी के बाद भारत में आधुनिक वास्तुकला के निर्माण का श्रेय उन्हें दिया जाता है। शहरी ग़रीबों की ज़रूरतों और पारंपरिक तरीकों…
वेलनटीना तेरेश्कोवा रशिया की सर्वप्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री है जो की 400 से अधिक आवेदकों और 5 निर्णायकों में से चुनी गयी थी अंतरिक्ष यात्रा के लिए। यह एक सेवानिवृत्त…
देवी प्रसाद रॉय चौधरी MBE प्रसिद्ध मूर्तिकार, चित्रकार और ललित कला अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष थे। उन्हें अपनी कांस्य मूर्तियों के लिए जाना जाता है, जिसमें श्रम की विजय (Triumph…
तारकनाथ दास भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में से एक गिने जाते हैं। अरविन्द घोष, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी तथा चितरंजन दास इनके घनिष्ठ मित्रों में से थे। क्रान्तिकारी गतिविधियों के कारण इन्होंने…
अन्ना हज़ारे या किसन बाबूराव हजारे समाजसेवी हैं और आज हम सब उन्हे जानते है। सन् 1992 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। सूचना के…
लक्ष्मी नारायण मित्तल भारतीय मूल के सफल उद्योगपति है। उन्हे steel tycoon कहा जाता है। लक्ष्मी मित्तल विश्व की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी आर्सेलरमित्तल के चेरमेन और एज्यूकेटिव ऑफिसर…