चापेकर बंधु दामोदर हरि चाफेकर, बालकृष्ण हरि चाफेकर तथा वासुदेव हरि चाफेकर को संयुक्त रूप से कहा जाता हैं। ये तीनों भाई लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के सम्पर्क में थे।…
Posts published in “General”
संस्कृत मे एक प्रसिद्ध वाक्य कहा गया है, ‘युद्धस्य कथा रम्या’ । ये उक्ति सर्वथा उचित है, पर युद्ध की कथा मनोहारी होती है युद्ध कदापि नहीं। जब बात दुनिया…
यह कहानी है एक एसे शहीद वीर की जो खुद जैन होते हुए अहिंसा छोड़ तो ना सके, परंतु 1857 के संग्राम मे उनका योगदान बड़ा रहा। ग्वालियर के नगर…
उपदेशो न दातव्यो यादृशे तादृशे नरे । पश्य वानर मूर्खेण सुगृही निगृही कृता ॥ भावार्थ: बुद्धिमानी इसी में है कि हर किसी को बिना मांगे उपदेश या राय नहीं देनी…
મોહનલાલ પંડ્યા ગાંધીજી અને સરદારના સાથીદાર બન્યા અગાઉ ભૂગર્ભ પ્રવૃત્તિઓમાં સક્રિય હતા. બોમ્બ બનાવવાને લાગતું સાહિત્ય પણ છુપા છાપખાનામાં છાપેલું. ભારતના સ્વાતંત્ર્ય સેનાની અને સમાજ સુધારક મોહનલાલ પંડ્યા ગાંધીજીના શરૂઆતના…
यिंगलक शिनवात्रा यह नाम हमारे लिए शायद नया हो सकता है पर उनके बारे मे जानना रसप्रद भी है और प्रेरणादायक भी। इनके बारे मे जानने से दुनिया मे कैसे…
विश्व संगीत दिवस (World Music Day) प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। संगीत की विभिन्न खूबियों की वजह से ही विश्व में संगीत के नाम एक दिन है।…
लक्ष्मणराव किर्लोस्कर, एक महाराष्ट्रियन ब्राह्मण थे और उनके पिता काशीनाथपंत एक वेदांत-पंडित थे। इसलिए, समाज को भी उम्मीद थी कि लक्ष्मणराव अपने पिता के कदमों पर चलेंगे। हालांकि, उन्होंने परंपराओं…
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पूर्व में जिसे विक्टोरिया टर्मिनस कहा जाता था, एवं अपने लघु नाम वी.टी., या सी.एस.टी. से अधिक प्रचलित है। यह भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई का…
राजा दाहिर सिंध के सिंधी ब्राह्मण राजवंश के अंतिम राजा थे। उनके समय में ही अरबों ने सर्वप्रथम सन 712 में भारत (सिंध) पर आक्रमण किया था। मोहम्मद बिन कासिम…
अविद्यानाशिनी विद्या भावना भय नाशिनी । दारिद्र्य नाशनं दानं शीलं दुर्गति नाशनं ॥ भावार्थ: विद्या प्राप्ति से अज्ञान का नाश होता है तथा स्वयं पर दृढ विश्वास से भय दूर…
अहमद सलमान रुश्दी (जन्म 19 जून 1947) ब्रिटिश भारतीय उपन्यासकार और निबंधकार हैं। उन्होंने अपने दूसरे उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) से प्रसिद्धि प्राप्त की, जिसे 1981 में बुकर पुरस्कार मिला।…
राज चन्द्र बोस (19 जून 1901 – 31 अक्टूबर 1987) भारतीय अमेरिकी गणितज्ञ एवं सांख्यिकीविद थे। वे ‘डिजाइन सिद्धान्त’ तथा ‘थिअरी ऑफ एरर करेक्टिंग कोड्स’ के लिए प्रसिद्ध हैं। गणित…
પી ખરસાણી એ એક જાણીતા ગુજરાતી ચલચિત્ર અભિનેતા અને રંગભૂમિ કલાકાર હતા. તેમણે હાસ્ય અભિનેતા તથા ચરિત્ર અભિનેતા તરીકે ઘણાં ચલચિત્રોમાં અભિનય કર્યો છે. તેમનો જન્મ કલોલના ભાટવાડામાં ૧૯ જૂન ૧૯૨૬ના…
एरियन पैसेंजर पेलोड प्रयोग या एप्पल (Ariane Passenger Payload Experiment या APPLE) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा 19 जून, 1981 को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रक्षेपण यान एरियन 1 द्वारा…
आलस्यं हि मुनष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः । नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वाSयं नाSवसीदति ॥ भावार्थ: सचमुच आलस्य (अकर्मण्यता) एक व्यक्ति के शरीर में स्थित एक महान शत्रु के समान होता है, और…
गोवा क्रान्ति दिवस (अंग्रेज़ी: Goa Revolution Day) 18 जून को प्रति वर्ष मनाया जाता है, क्योंकि 18 जून, 1946 को डॉ. राम मनोहर लोहिया ने गोवा के लोगों को पुर्तग़लियों…
अश्वस्य भूषणं वेगो मत्तं स्याद् गजभूषणम् । चातुर्यं भूषणं नार्या उद्द्योगो नर भूषणम् ॥ भावार्थ: घोडे की शोभा (प्रशंसा) उसके वेग के कारण होती है और हाथी की उसकी मदमस्त…
रानी लक्ष्मीबाई (जन्म: 19 नवम्बर 1828 – मृत्यु: 18 जून 1858) मराठा शासित झाँसी राज्य की रानी और 1857 की राज्यक्रांति की द्वितीय शहीद वीरांगना (प्रथम शहीद वीरांगना रानी अवन्ति…
मारुत यानि HAL HF-24 मारुत (“स्पिरिट ऑफ द टेम्पेस्ट”) 1960 के दशक का हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड (एचएएल) द्वारा कर्ट टैंक लीड डिजाइनर के रूप में विकसित भारतीय लड़ाकू-बमवर्षक विमान है।…
मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी राजे भोसले की माता राजमाता जीजाबाई का जन्म (12 जनवरी 1598) सिंदखेड़ नामक गाँव में हुआ था। यह स्थान वर्तमान में महाराष्ट्र के विदर्भ प्रांत में…
उत्तमो नातिवक्ता स्यात् अधमो बहु भाषते । न कान्चेन ध्वनिस्तादृक यादृक् कांस्ये प्रजायते ॥ भावार्थ: श्रेष्ठ व्यक्ति बहुधा वाचाल नहीं होते हैं पर निम्न श्रेणी के व्यक्ति बहुत वाचाल होते…
चार्ल्स कोरिया भारतीय वास्तुकार और शहरी नियोजक थे। आज़ादी के बाद भारत में आधुनिक वास्तुकला के निर्माण का श्रेय उन्हें दिया जाता है। शहरी ग़रीबों की ज़रूरतों और पारंपरिक तरीकों…
वेलनटीना तेरेश्कोवा रशिया की सर्वप्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री है जो की 400 से अधिक आवेदकों और 5 निर्णायकों में से चुनी गयी थी अंतरिक्ष यात्रा के लिए। यह एक सेवानिवृत्त…
देशबन्धु चित्तरञ्जनदास (1870-1925 ई.) सुप्रसिद्ध भारतीय नेता, राजनीतिज्ञ, वकील, कवि, पत्रकार तथा भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रमुख नेता थे। उन्होंने कई बड़े स्वतंत्रता सेनानियों के मुकद्दमे भी लड़े। जन्म और…
Father’s Day या पितृ दिवस वैसे तो पाश्चात्य देशो का उत्सव या दिन है। पर अब हमारे यहाँ भी उसका महत्व बढ़ा है। वरना हमारी संस्कृति मे तो हर दिन…
देवी प्रसाद रॉय चौधरी MBE प्रसिद्ध मूर्तिकार, चित्रकार और ललित कला अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष थे। उन्हें अपनी कांस्य मूर्तियों के लिए जाना जाता है, जिसमें श्रम की विजय (Triumph…
तारकनाथ दास भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में से एक गिने जाते हैं। अरविन्द घोष, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी तथा चितरंजन दास इनके घनिष्ठ मित्रों में से थे। क्रान्तिकारी गतिविधियों के कारण इन्होंने…
अन्ना हज़ारे या किसन बाबूराव हजारे समाजसेवी हैं और आज हम सब उन्हे जानते है। सन् 1992 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। सूचना के…
लक्ष्मी नारायण मित्तल भारतीय मूल के सफल उद्योगपति है। उन्हे steel tycoon कहा जाता है। लक्ष्मी मित्तल विश्व की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी आर्सेलरमित्तल के चेरमेन और एज्यूकेटिव ऑफिसर…
अल्पं किन्चिच्छ्रियं प्राप्य नीचो गर्वायते लघुः । पद्मपत्र तले भेको मन्यते दण्डधारिणं ॥ भावार्थ: नीच व्यक्ति थोडी बहुत ही संपन्नता प्राप्त करने पर ही गर्व और अहङ्कार करने लगते हैं।…
आज की दिन महिमा की इस पोस्ट को देखके आप सब चौंक जाओगे। बात दर असल ये है की भारत मे पहले लोग अपने बारे मे कम लिखते थे। बहुत…
स्वामी निगमानंद या निगमानंद सरस्वती (2 अगस्त 1976 – 13 जून 2011), जिन्हें अक्सर गंगा पुत्र निगमानंद के रूप में जाना जाता है, एक हिंदू भिक्षु थे, जो 19 नवंबर…
डबला राजगोपाल “राज” रेड्डी (जन्म 13 जून 1937) एक भारतीय-अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और ट्यूरिंग अवार्ड के विजेता हैं। वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के शुरुआती अग्रदूतों में से एक हैं और उन्होंने…
रंगहीनता दिवस के बारे मे हम ये जान ले की धरती के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह के रंगों के लोग पाए जाते हैं, इनमें से कुछ प्राकृतिक रूप से…
विश्व बालश्रम विरोधी दिवस हर साल 12 जून को मनाया जाता है। यूएन के सभी सदस्य देशो मे ये मनाया जाता है। बालश्रम की वैश्विक समस्या पर विचार विमर्श और…
रविरपि न दहति तादृग्वादृग्दह्ति बालुका निकरः । अन्यस्याल्लब्धपदो नीचः प्रायेण दुःसहो भवति ॥ भावार्थ: सूर्य की किरणें अपने ताप से उतना नहीं जलाती हैं जितना कि उनके द्वारा तप्त हुआ…
इलाहाबाद कोर्टका सीमाचिह्न फैसला वो था जिसमे इन्दिरा गांधी चुनाव गरबड़ियाँ मे दोषी दोषी ठहराई गई। देश का तत्कालीन हाल देश 1971 का बांग्लादेश युद्ध जीत चुका था। इन्दिरा गांधी…
ई. श्रीधरन ( जन्म- 12 जून, 1932, पलक्कड़, केरल) भारत के प्रसिद्ध सिविल इंजीनियर हैं। कोंकण रेलवे और दिल्ली में मेट्रो रेल का श्रेय इन्हीं को जाता है। वे 1995…
वासुदेव वामन शास्त्री खरे (जन्म सं. 1858, मृत्यु 11 जून 1924) प्रसिद्ध शिक्षाविद तथा इतिहासकार थे। परिचय इनका जन्म कोंकण के गुहागर नामक गाँव में हुआ थे। प्रारंभिक शिक्षा वहीं…
के. एस. हेगड़े पूरा नाम कावदूर सदानन्द हेगड़े (जन्म: 11 जून, 1909; मृत्यु: 24 मई, 1990) एक भारतीय विधिवेत्ता, राजनीतिज्ञ, और शिक्षाशास्त्री थे। के. एस. हेगड़े भारतीय लोकसभा के अध्यक्ष…
राजेश पाइलट (स्क्वाड्रन लीडर) (10 फरवरी 1945 – 11 जून 2000) एक भारतीय राजनीतिज्ञ, भारत सरकार में मंत्री और पूर्व भारतीय वायु सेना अधिकारी थे। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी…
अलोभः परमं वित्तं अहिंसा परमं तपः । अमाया परमा विद्या निरवद्या मनीषिणां ॥ भावार्थ: लोभी न होना ही वास्तविक धन है और अहिंसा ही सर्वश्रेष्ठ तप है। माया मोह से…
मिहिर सेन (जन्म- 16 नवम्बर, 1930, पुरुलिया, पश्चिम बंगाल; मृत्यु- 11 जून, 1997, कोलकाता) भारत के प्रसिद्ध लम्बी दूरी के तैराक थे। उन्होंने 1966 में पनामा नहर की एक छोर…
रामप्रसाद ‘बिस्मिल्ल’ (11 जून 1897-19 दिसम्बर 1927) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्हें 30 वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी।…
श्री घनश्यामदास बिड़ला (जन्म-1894, पिलानी, राजस्थान, भारत, मृत्यु.- 1983, मुंबई) भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह बी. के. के. एम. बिड़ला समूह के संस्थापक थे, जिसकी परिसंपत्तियाँ 195 अरब रुपये से…
उत्पलस्य च पद्मस्य मत्स्यस्य कुमुदस्य च । एक्जातिप्रसूतानां रूपं गन्धः प्रथक्प्रथक् ॥ भावार्थ: यद्दपि कमल पुष्प की विभिन्न प्रजातियां जैसे उत्पल, पद्म और कुमुद, तथा मछलियां एक ही स्थान और…
नारायण मेघजी लोखंडे भारत मे मिल मजदूरो और किसानो का संगठन करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता थे। मजदूर आंदोलन के अग्रदूत लोखंडे को हम मजदूर आंदोलन के अग्रदूत भी कह सकते…
भाई वीरसिंह (1872-1957 ई.) आधुनिक पंजाबी साहित्य के प्रवर्तक; नाटककार, उपन्यासकार, निबंधलेखक, जीवनीलेखक तथा कवि। इन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में 1956 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।…
गोपीनाथ बोरदोलोई (जन्म- 6 जून, 1890; मृत्यु- 5 अगस्त, 1950) भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और असम के प्रथम मुख्यमंत्री थे। इन्हें ‘आधुनिक असम का निर्माता’ भी कहा गया है।…