'तुफानो की और घुमा दो, नाविक निज पतवार' ऐसा कवि ने क्यों कहा है ?
तूफ़ान कठिनाइयों का प्रतिका है | कठिनाइयों से घबराकर भागना कायरता है | कठिनाइयों का डटकर सामना करने में ही बहादुरी है | जीवन में आनेवाली कठिनाइयाँ मनुष्य को बहुत कुछ सीखा देती है | उनसे हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलाती है | इसलिए कवि ने नाविक से कहा है की तुम अपनी नाव तुफानो की और घुमा दो |