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Class 10
Class 12
कबीर संघ करना उचित नहीं मानते | वे भगवानसे उतना ही अन्न और धन मानगते है जितना उनके परिवार के निर्वाह के लिए आवश्यक है | उनके परिवार में कोई भूखा न रहे और दरवाजे पर आया हुआ कोई साधू-फ़क़ीर भी भूखा न जाए | कबीर इससे अधिक पाने की इच्छा नहीं करते |
चंदन और भुजंग के उदाहरण द्धारा रहीम क्या कहते है ?