(क) निम्नलिखित में रेखांकित पदबंधों के प्रकार लिखिएः
(i) ऋतुओं की विविधता भारतीयों को आनंदित करती है।
(ii) केवल पुस्तकों से सर्वांगीण और स्थायी ज्ञान प्राप्त नहीं होता।
(ख) विग्रहपूर्वक समास का नाम लिखिएः
हवनसामग्री
(ग) समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिएः
धूलि से धूसर
(क) निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित पदों का परिचय दीजिएः
(i) खेतों में सरसों के पीले फूल लहलहाते हैं।
(ii) इस देश में विभिन्न भाषा-भाषी लोग रहते हैं।
(iii) राष्ट्रीय नेताओं का देश की स्वाधीनता में प्रमुख योगदान रहा।
(ख) संधि-विच्छेद कीजिएः
नियमानुसार
(क) निर्देशानुसार उत्तर दीजिएः
(i) जैसा उसका स्वभाव है, वैसा ही आचरण है। (वाक्य-भेद लिखिए)
(ii) श्रम करने से सफलता मिलती है। (मिश्र वाक्य में बदलिए)
(iii) मधुमक्खियाँ दूर-दूर घूमकर मधु संचित करती हैं। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
(ख) संधि कीजिएः
ग्राम + उद्योग
(क) निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिएः
(i) सुरेश को, योगेश को और मोहन को मैंने कल साथ-साथ देखा।
(ii) क्या आप देख लिए हैं।
(iii) तुम तुम्हारी पुस्तक पढ़ो।
(ख) संधि-विच्छेद कीजिएः
लोकोपकारक
निम्नलिखित मुहावरों तथा लोकोक्ति का वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार कीजिए कि उनका अर्थ स्पष्ट हो जाएः
(i) सिर पर चढ़ना
(ii) सिर से पानी गुजरना
(iii) दूध का दूध पानी का पानी
(iv) बिल्ली के भागों छींका टूटा
निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिएः
(क) ‘सआदत अली’ अंग्रेज़ों का हिमायती क्यों था? ‘कारतूस’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
(ख) ‘गिरगिट’ पाठ के आधार पर ओचुमेलाॅव की तीन चारित्रिक विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
(ग) ‘कारतूस’ पाठ के आधार पर सिद्ध कीजिए कि वजीर अली एक नीतिकुशल योद्धा था।
(क) सआदत अली वज़ीर अली का चाचा और नवाब आसिफउदौला का भाई था। सआदत अली अंग्रेज़ों का चमचा था। अंग्रेज़ जानते थे कि यदि अवध को अपने अधिकार में लेना है, तो सआदत अली का तख्त पर बैठना आवश्यक है। वज़ीर अली के रहते अवध को अपने कब्जे में लेना संभव नहीं था।इसलिए ‘सआदत अली’ अंग्रेज़ों का हिमायती था|
(ख) ओचुमेलॉव की तीन चारित्रिक विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
1.अवसरवादी- ओचुमेलॉव अवसरवादी व्यक्ति है। अवसर का लाभ उठाना उसे बहुत अच्छा आता है। जब उसे पता चलता है कि कुत्ता जनरल साहब का है, तो वह तुरंत कुत्ते के पक्ष में बोलने लगता है। इससे पहले वह ख्यूक्रिन के पक्ष में बोल रहा था।
2. चापलूस- ओचुमेलॉव एक चापलूस व्यक्ति है। वह जनरल साहब की चापलूसी करने के लिए उन पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करता है। जब तक वह इस सच से अनजान था कि कुत्ता जनरल साहब का नहीं है, तब तक वह कुत्ते के मालिक को सज़ा दिलाने के लिए तैयार था। परन्तु जनरल साहब का कुत्ता होने की बात पता चलने पर जनरल साहब के प्रति वफादर हो जाता है और कुत्ते को सकुशल घर भिजवा देता है।
3. स्वार्थी- ओचुमेलॉव स्वार्थी व्यक्ति है। अपने स्वार्थ के लिए वह किसी का भी फायदा उठा सकता है। अपने पद की गरिमा भी उसे दिखाई नहीं देती है। उसके लिए अपना स्वार्थ महत्वपूर्ण है। लोगों का विश्वास, न्याय जैसी बातें उसके लिए बेकार हो जाती है।
(ग) वज़ीर अली एक नीतिकुशल योद्धा था। अंग्रेज़ी सरकार उसे पकड़ने के लिए हर संभव कोशिश कर रही थी परन्तु उसे पकड़ने में असमर्थ थी। वह जंगलों में इस कदर रहता था कि किसी के हाथ नहीं आया था। उसकी नीति कुशलता का ही प्रमाण है कि कुछ जाँबाज़ सिपाहियों के ही दम पर वह वर्षों तक अंग्रेज़ी सरकार को चकमा देता रहा।
‘गिरगिट’ पाठ के शीर्षक का आधार पाठ में क्या दिया गया है? अपने शब्दों में उत्तर देते हुए कोई अन्य शीर्षक कारण सहित सुझाइए।
अथवा
‘गांधीजी के नेतृत्व में अद्भुत क्षमता थी’ − कथन की पुष्टि ‘गिन्नी का सोना’ पाठ के आधार पर उदाहरण सहित कीजिए।
निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) 'मनुष्यता' कविता में कवि ने किन महान व्यक्तियों के उदाहरणों से मनुष्यता के लिए क्या संदेश दिये हैं? किन्हीं तीन का उल्लेख कीजिए।
(ख) 'मनुष्यता' कविता में कवि ने सबको एक होकर चलने के प्रेरणा क्यों दी है? इसके क्या लाभ हैं? स्पष्ट कीजिए।
(ग) कवयित्री महादेवी वर्मा की कविता 'मधुर मधुर मेरे दीपक जल' का प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए।
(घ) 'आत्मत्राण' कविता में कवि की क्या कामनाएँ हैं? अपने शब्दों में संक्षेप में लिखिए।
निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) टोपी शुक्ला के घर की बूढ़ी नौकरानी को टोपी के प्रति प्रेम और सहानुभूति क्यों थी? कारण सहित स्पष्ट कीजिए।
(ख) 'टोपी शुक्ला' पाठ के आधार पर बताइए कि इफ़्फ़न की दादी मिली-जुली संस्कृति में विश्वास क्यों रखती थी। उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
(ग) 'सपनों के-से दिन' पाठ के आधार पर बताइए कि कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं डालती। उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
'सपनों केसे दिन' पाठ के आधार पर बताइए कि बच्चों का खेलकूद में अधिक रुचि लेना अभिभावकों को अप्रिय क्यों लगता था|पढ़ाई के साथ खेलों का छात्र जीवन में क्यामहत्त्व है और इससे किन जीवनमूल्यों की प्रेरणा मिलती है? स्पष्ट कीजिए।