तत्वों की आधुनिक आवर्त सारणी में समूहों और आवर्तों की संख्या लिखिए। उल्लेख कीजिए कि तत्वों के परमाणु साइज और धात्विक गुणों (लक्षणों) मैं क्या परिवर्तन होते हैं:
(a) किसी समूह में ऊपर से नीचे जाने पर
(b) किसी आवर्त में बाईं ओर से दाईं ओर जाने पर
नीचे कुछ तत्व दिए गए हैं:
4Be; 9F; 19K; 20Ca
इनमें से (i) वह तत्व चुनिए जिसके बाह्मतन कोश में एक इलेक्ट्रॉन है, (ii) समान समूह के दो तत्व चुनिए। तत्व 19k एवं तत्व X(2,8,7) के संयोग से बने यौगिक की प्रकृति एवं सूत्र लिखिए।
मानवों द्वारा उपयोग की जाने वाली गर्भनिरोध की किन्हीं चार विधियों की सूची बनाइए। इन विधियों का उपयोग किसी परिवार के स्वास्थ्य और समृद्धि को प्रत्यक्ष रूप से किस प्रकार विभाजित करता है?
हम अपने समस्त जीवन के अर्जित अनुभवों और योग्यताओं को अपनी अगली पीड़ी को वंशानुगत नहीं कर सकते। इस कथन की पुष्टि उदहारण सहित कारण देकर कीजिए।
(a) प्लेनेरिया, कीट, ऑक्टोपस और कशेरुकी सभी में नेत्र होते हैं। क्या हम इनके नेत्रों का समूहीकरण सामान्य विकासीय उत्पत्ति को स्थापित करने में कर सकते हैं? अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
(b) 'पक्षियों का विकाश सरीसृपों से हुआ है।' इस कथन को प्रमाण देकर सिद्ध कीजिए।
प्रकाश किरण आरेख खींचने के लिए हम दो किरणों का उपयोग करते हैं। इन किरणों को इस प्रकार चुनते हैं की दर्पण से परावर्तन के पश्चात इनकी दिशाएँ सरलता से ज्ञात की जा सकें। इस प्रकार की दो करने चुनिए तथा अवतल दर्पण से परावर्तन के पश्चात इन किरणों के पथ की दिशा लिखिए। इन दोनों किरणों का उपयोग 10 cm फोकस दूरी के अवतल दर्पण से 15 cm दूरी पर स्थित किसी बिम्ब के दर्पण द्वारा बने प्रतिबिम्ब की प्रकृति और स्थिति ज्ञात करने में कीजिए।
नामांकित आरेख की सहायता से व्याख्या कीजिये कि सूर्योदय और सर्यास्त के समय सूर्य रक्ताभ क्यों प्रतीत होता है?
क्षतिज रेखा के आसपास सूर्य का प्रकाश वायु की सघन पर्तों में से गुजरता है। यह हमारी आखों तक पहुँचने से पहले वायुमंडल में बहुत दूरी तय करता है।
क्षतिज के पास धूल-कणों के द्वारा कम तरंगदैर्ध्य तथा नीले प्रकाश का प्रकीर्णन होता है। इसलिए, प्रकाश हमारी आँखों तक लम्बी तरंगदैर्ध्य के रूप में पहुँचता है। यह सूर्य को रक्ताभ के रूप में प्रदर्शित करता है।
परीक्षाओं के पश्चात् राकेश अपने मित्रों के साथ समीप के पार्क में पिकनिक पर गया। सभी अपने साथ भोजन-सामिग्री को प्लास्टिक की थैलियों अथवा डिब्बों में पैक करके ले गए। भोजन समाप्ति के पश्चात कुछ मित्रों ने बचे-कुचे भोजन और प्लास्टिक की थैलियों को एकत्र करके उसे जलाने की योजना बनाई परन्तु राकेश ने उन्हें तुरन्त ही ऐसा करने से रोका। उसने बची हुई भोजन-सामिग्री और फल के छिलकों को प्लास्टिक की थैलियों और डिब्बों से अलग करके पार्क के कोने में रखे क्रमशः हरे और लाल कूड़ेदानों में डालने का सुझाव दिया।
(a) आपके विचार से प्लास्टिक की वस्तुओं को जलाना अपशिष्टों के निपटारे की पर्यावरण-हितैशी वियदि है? क्यों? राकेश द्वारा सुझाए गए उपाय के लाभ लिखिए।
(b) पार्कों और सड़कों को स्वच्छ रखने में हम किस प्रकार योगदान दे सकते हैं?