प्रातःकाल सूर्य रक्ताभ प्रतीत क्यों होता है? क्या कोई प्रेक्षक इस परिघटना का प्रेक्षक चन्द्रमा पर भी कर सकता है? अपने उत्तर की कारण सहित पुष्टि कीजिए।
(a) संतृप्त हाइड्रोकार्बनों और असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों के बीच विभेदन के लिए कोई रासायनिक परीक्षण लिखिए ?
(b) एथीन के वायु में दहन होने पर बनाने वाले उत्पादों के नाम लिखिए। होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए और विमोचित होने वाली विभिन्न प्रकार की ऊर्जाओं को दर्शाइए ?
(c) सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में मेथेन की क्लोरीन के साथ अभिक्रिया को प्रतिस्थापन अभिक्रिया क्यों माना जाता है?
(a) मानव मादा जनन तंत्र के नीचे दिए गए प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए :-
(i) अण्डाशय
(ii) फैलोपियन ट्यूब
(iii) गर्भाशय
(b) प्लैसेंटा की संरचना और कार्य का वर्णन कीजिए?
(a) गोलीय दर्पणों के सन्दर्भ में नीचे दिए गए पदों की परिभाषा लीखिए:-
(i) ध्रुव
(ii) वक्रता केंद्र
(iii) मुख्य अक्ष
(iv) मुख्य फोकस
(b) नीचे दिए गए दर्पणों के मुख्य फोकस दर्शाने के लिए किरण आरेख खींचिए:-
(i) अवतल दर्पण
(ii) उत्तल दर्पण
(c) नीचे दिए गए आरेख पर विचार कीजिए। इसमें M कोई दर्पण है तथा P कोई बिम्ब है, जिसका दर्पण द्वारा बना आवर्धित प्रतिबिम्ब Q है।
दर्पण M के प्रकार का उल्लेख कीजिए और प्रतिबिम्ब Q का कोई एक विशिष्ट गुण लिखिए।
(a) (i) ध्रुव - ध्रुव एक गोलाकार दर्पण की सतह को दर्शाता है। ध्रुव दर्पण पर स्थित है और 'P' द्वारा निरूपित किया गया है।
(ii) वक्रता केंद्र - एक गोलाकार का केंद्र जिसमें से गोलाकार दर्पण (उत्तल या अवतल) प्राप्त होता है उसे वक्रता का केंद्र कहा जाता है। यह 'C' द्वारा चिह्नित किया गया है।
(iii) मुख्य अक्ष - ध्रुव के माध्यम से गुजरने वाली एक काल्पनिक सीधी रेखा और वक्रता के केंद्र को प्रमुख अक्ष कहा जाता है।
(iv) मुख्य फोकस – फोकस (F) एक गोलाकार दर्पण के प्रमुख धुरी पर बिंदु है, जहां सभी घटना प्रमुख खण्ड से मिलकर समानांतर होती है या प्रतिबिंब के बाद से अलग हो जाती है।
(b) (i) अवतल दर्पण - फोकस प्रतिबिंबित सतह के एक ही पक्ष पर है।
(ii) उत्तल दर्पण - दर्पण की सतह से परिलक्षित किरणों को बढ़ाकर परावर्तित सतह के विपरीत तरफ फोकस प्राप्त होता है।
(c)
दिए गए दर्पण 'M' में एक अवतल गोलाकार दर्पण है। तथा बनाई गई छवि एक आभासी छवि है और यह छवि की विशेषता की संपत्ति(गुण) है।
(a) उत्तल लेंस द्वारा प्रतिबिम्ब बनाना दर्शाने के लिए उस स्थिति में प्रकाश किरण खिचिए जिसमे कोई बिम्ब लेंस के प्रकाशिक केंद्र और उसके मुख्य फोकस के बीच स्थित है।
(b) उपरोक्त किरण आरेख में उचित चिन्ह सहित (धनात्मक (+) अथवा ऋणात्मक (-) नई कार्तीय चिन्ह परिपाटी के अनुसार) बिम्ब दूरी (u) तथा प्रतिबिम्ब दूरी (v) अंकित कीजिए। उल्लेख कीजिए कि इस प्रकरण में, ये दूरियॉं उत्तल लेंस की फोकस दूरी (f) से किस प्रकार सम्बंधित है।
(c) उस लेंस की क्षमता ज्ञात कीजिए, जो अपने प्रकाशित केंद्र से 20 cm दूरी पर स्थित किसी बिम्ब का - 1 आवर्धन का वास्तविक व उल्टा प्रतिबिम्ब बनता है।
(a) मानव के नेत्र की नीचे दिए गए, प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए:
पुतली, परतारिका, क्रिस्टलीय लेंस, पक्ष्माभी पेशियां
(b) संसार के विकासशील देशों के लाखों व्यक्ति कोर्निया - अंधता से पीड़ित हैं। इन व्यक्तियों को नेत्र दान द्वारा प्राप्त कॉर्निया के प्रत्यारोपण/प्रतिस्थापन द्वारा ठीक किया जा सकता है। आपके शहर के किसी परोपकारी समाज ने आपके पड़ोस में इसी तथ्य के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से एक अभियान का आयोजन किया है। यदि आपसे इस जीवन-लक्ष्य में भाग लेने के लिए कहा जाए, तो आप इस पुण्य कार्य में किस प्रकार सहयोग देंगे।
(i) इस प्रकार के अभियानों को आयोजित करने का उद्देश्य लिखिए
(ii) मृत्यु के पश्चात अपने नेत्रों को दान करने के लिए प्रेरित करते समय आप लोगों को क्या तर्क देंगे? ऐसे दो तर्कों की सूची बनाइए।
(iii) उन दो मूल्यों की सूची बनाइए, जो उन व्यक्तियों में विकसित हो जाते हैं , जो इस प्रकार के कार्यों में भाग लेकर सक्रीय योगदान देते हैं।