भारत के पटसन उद्योग के सम्मुख किन्हीं दो प्रमुख चुनौतियों को स्पष्ट कीजिए। राष्ट्रिय पटसन नीति के किन्हीं तीन उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
दबाव समूह और आंदोलन; राजनीतिक को किस प्रकार प्रभावित करते हैं? उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।
दबाव समूहों और आन्दोलनों का राजनीति का प्रभाव
(i) दबाव समूह और आंदोलन अपने लक्ष्य की प्राप्ति के जनता का समर्थन और सहानुभूति प्राप्त करने के लिए प्रयास करते हैं। इसके लिए सूचना अभियान चलाना, बैठक आयोजित करना, अर्जी दायर करना आदि जैसे तरीकों का सहारा लेते हैं।
अधिकतर समूह मिडिया को प्रभावित करते हैं।
(ii) ऐसे समूह प्रायः हड़ताल अथवा सरकारी कामकाज में बाधा पहुँचाने जैसे उपायों का सहारा लेते हैं।
(iii) कभी कभी आंदोलन राजनीतिक दल का रूप अपना लेते हैं।
(iv) ऐसे समूहों के अधिकतर नेता राजनीति दलों के सक्रिय नेता होते हैं। ऐसे नेता राजनीति को प्रभावित करते हैं।
(v) दबाव समूह अथवा आंदोलनकारी समूह के कुछ व्यक्ति सरकार को सलाह देने वाली समितियों और आधिकारिक निकायों में भाग लेते हैं।
सन 1815 में 'वियना सम्मेलन' की मेजबानी किसने की? 'वियना संधि' के द्वारा किए गये प्रमुख परिवर्तनों का विश्लेषण कीजिए।
वियतनाम में साम्राज्यवाद विरोधी भावनाओं को जाग्रत करने में 'होआ-हाओ' आंदोलन की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
नागरिकों की गरिमा और आजादी को सुरक्षित रखने के लिए लोकतंत्र अति महत्त्वपूर्ण है। तर्क देकर कथन की पुष्टि कीजिए।