समष्टि अर्थशास्त्र की दृष्टि से अर्थव्यवस्था के चार प्रमुख क्षेत्रकों का वर्णन करें।
समष्टि अर्थशास्त्र की दृष्टि से अर्थव्यवस्था के चार प्रमुख क्षेत्रक निम्नलिखित हैं:
व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में क्या अंतर है?
व्यष्टि अर्थशास्त्र | समष्टि अर्थशास्त्र |
1. व्यष्टि अर्थशास्त्र में व्यक्तिगत इकाई के आर्थिक व्यवहार का अध्ययन किया जाता है; जैसे एक उपभोक्ता, एक फर्म (उत्पादक) इत्यादि। | 1. समष्टि अर्थशास्त्र में सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर पर बड़े आर्थिक समूहों का अध्ययन व अंतसंबंधों का विश्लेषण किया जाता है; जैसे समग्र माँग, समग्र पूर्ति, राष्ट्रीय आय, इत्यादि। |
2. इसका मुख्य समस्या कीमत निर्धारण है, इसलिए इसे 'कीमत सिद्धांत' भी कहा जाता है। | 2. इसकी मुख्या समस्या आय व रोज़गार का निर्धारण है। इसलिए इसे 'आय व रोज़गार का सिद्धांत' भी कहते हैं। |
3. इसका उद्देश्य संसाधनों के सर्वोत्तम आबंटन से होता है। | 3. इसका उद्देश्य संसाधनों के पूर्व रोज़गार व विकास से होता है। |
4. इसमें अध्ययन का ढंग आंशिक संतुलन विधि (यह माना जाता है की अन्य बातें समान रहती हैं)। | 4. इसमें अध्ययन का ढंग सामान्य संतुलन विधि (सभी संबंधो को समरूपता से लिया जाता है)। |
1929 की महामंदी का वर्णन करें।
1929 की महामंदी:
पूँजीवादी अर्थव्यवस्था की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ क्या हैं?
पूँजीवादी अर्थव्यवस्था की महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ निम्नलिखित हैं: