a) जूल का ताप
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a) जूल का तापन नियम लिखिए।

b) दो विद्युत लैम्प जिनमें से एक का अनुमतांक 100 W; 220 V तथा दूसरे का 60 W; 220V है, किसी विद्युत मेस के साथ पार्श्वक्रम में संयोजित हैं । यदि विद्युत आपूर्ति की वोल्टता 220V है, तो दोनो बल्वों द्वारा विद्युत मेंस से कितनी धारा ली जाती है?


किसी प्रतिरोधक मे उत्पन्न होने वाली ऊष्मा

(i) दिए गए प्रतिरोधक मे प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा के वर्ग के-व्यूत्क्रमानुपाती, (ii) दी गयी विद्युत धारा केलिए प्रतिरोध केअनुक्रमानुपाती तथा (iii)उस समय केअनुक्रमानुपाती होती है जिसके लिए दिए गए प्रतिरोध मे विद्युत धारा प्रवाहित होती है।

H = I2RT

पहले बल्व मे विद्युत धारा, I1 = P1V = 100 W220  V = 511 A  = 0.45 A

दूसरे बल्व मे विद्युत धारा,

I2 = P2V = 60 W220 V =311 A = 0.27 A


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फ्लेमिंग वामहस्त नियम लिखिए।


एक स्मृति सहायक विधि है जो चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित किसी धारावाही चालक पर लगने वाले चुम्बकीय बल की दिशा बताने के लिये प्रयोग किया जाता है!

यदि बायें हाथ की प्रथम तीन अंगुलियाँ एक-दूसरे के लम्बवत फैलायी जाँय और तर्जनी चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में हो एवं मध्यमा चालक में बहने वाली धारा की दिशा में हो तो उस चालक पर लगने वाला चुम्बकीय बल अंगुठे की दिशा में होगा।


a) विद्युत मोटर का कार्यकारी सिद्धान्त लिखिए ।

b) विद्युत मोटर के नीचे दिए गए भागों का कार्य लिखिए।
(i) आर्मेचर
(ii) ब्रुश
(iii) विभक्त वलय


इलेक्ट्रिक मोटर: एक इलेक्ट्रिक मोटर विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदल देती है।

विद्युत मोटर की क्रियाविधि का सिद्धान्त : किसी बाहर चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित कोई विद्युतवाही चालक (कुण्डली) बल का अनुभव करता है।

(i) आर्मेचर का कार्य : मोटर की शक्ति में वृद्धि करना
(ii) ब्रुश का कार्य : कुण्डली और बाहर परिपथ के बीच आवेश के स्थांनान्तरण में सहायता करना ।
(iii) विभक्त वलय का कार्य : प्रत्येक आधेघूर्णन केपश्चात विद्युत धारा के उत्कमित होने के क्रम को दोहराना जिसकेकारण कुण्डली निरन्तर घूर्णन करती है।


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